राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 20 जून को देहरादून में करेंगी ‘राष्ट्रपति निकेतन’ का निरीक्षण

यह इमारत पहले राष्ट्रपति अंगरक्षक के घोड़ों के प्रशिक्षण के लिए उपयोग की जाती थी। अब इसे एक विरासत संग्रहालय में बदला गया है, जहां कला कृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा और इसकी ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाया जाएगा। राष्ट्रपति के दौरे के दौरान वह एक और बड़ी परियोजना ‘राष्ट्रपति उद्यान’ की आधारशिला भी रखेंगी।
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2025-06-20 00:55:07

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने 67वें जन्मदिन पर 20 जून को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मनाएंगी। उसी दिन वह ऐतिहासिक ‘राष्ट्रपति निकेतन’ का दौरा कर आम जनता के लिए खोलने की तैयारियों की समीक्षा करेंगी। 186 साल पुराना यह राष्ट्रपति का विश्रामगृह अब 24 जून से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। 21 एकड़ में फैला ‘राष्ट्रपति निकेतन’, जिसे पहले ‘राष्ट्रपति आशियाना’ कहा जाता था, अब राष्ट्रपति भवन और उसकी विरासत से नागरिकों को जोड़ने की पहल के तहत दर्शकों के लिए खोला जा रहा है। यह इमारत पहले राष्ट्रपति अंगरक्षक के घोड़ों के प्रशिक्षण के लिए उपयोग की जाती थी। अब इसे एक विरासत संग्रहालय में बदला गया है, जहां कला कृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा और इसकी ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाया जाएगा। राष्ट्रपति के दौरे के दौरान वह एक और बड़ी परियोजना ‘राष्ट्रपति उद्यान’ की आधारशिला भी रखेंगी। यह 132 एकड़ में बनने वाला एक पारिस्थितिकीय पार्क (ecological park) होगा, जिसे अगले वर्ष तक पूरा किया जाना प्रस्तावित है। इस पार्क में थीमैटिक गार्डन, तितली उद्यान, एक सुंदर झील, पक्षी विहार बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, स्पोर्ट्स जोन, साइक्लिंग और जॉगिंग ट्रैक, जल संरक्षण प्रणाली, और आउटडोर लर्निंग इंस्टॉलेशन होंगे। यह एक “लिविंग क्लासरूम” की तरह विकसित किया जाएगा, जो पर्यावरणीय जागरूकता, प्रकृति से जुड़ाव और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, आम जनता 19 एकड़ में फैले ‘राष्ट्रपति तपोवन’ का भी दौरा कर सकते हैं, जो राजपुर रोड पर स्थित एक घना जंगल क्षेत्र है। इसमें देशी पेड़ों की हरियाली, टेढ़ी-मेढ़ी पगडंडियां, लकड़ी के पुल, पक्षी देखने के लिए मचान और ध्यान-चिंतन के लिए शांत स्थान शामिल हैं। यह क्षेत्र प्रकृति से गहरे जुड़ाव को प्रोत्साहित करता है। राष्ट्रपति निकेतन में आने वाले दर्शक राष्ट्रपति अंगरक्षक के अस्तबल, घोड़ों, लिली पॉन्ड, रॉकरी पॉन्ड, रोज गार्डन और पर्गोला जैसी खूबसूरत जगहों को भी देख सकेंगे। गौरतलब है कि 2023 से ही राष्ट्रपति भवन, हैदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम और शिमला के पास माशोबरा स्थित राष्ट्रपति निवास सप्ताह में 6 दिन आम जनता के लिए खोले जा चुके हैं। साथ ही, फरवरी से राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह भी नए स्वरूप और ज्यादा बैठने की क्षमता के साथ शुरू किया गया है। राष्ट्रपति मुर्मु की यह पहल देश के नागरिकों को राष्ट्रपति भवन की सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और ऐतिहासिक विरासत से जोड़ने की एक नई दिशा दे रही है।

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