2024-02-02 15:31:06
बांदा। कौशल केन्द्र निदेशक डा. रमाकान्त द्विवेदी बताते हैं की विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने पीएमकेवाई प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन को बढ़ावा देने व मान्यता के साथ मानकीकरण के लिए युवाओं को आकर्षित किया है देश में अब युवा बीए बीएससी के स्थान पर प्रोफेशनल बनना चाहते हैं जो व्यवसायिक स्नातक शिक्षा में प्रवेश ले रहे हैं जिसमें हेल्थ केयर सेक्टर को भविष्य कोविड काल से और तेजी से बढ़ा है नगरों महानगरों के बाद जनपद और मण्डल मुख्यालयों में सार्वजनिक और निजी अस्पतालों का दायरा बढ़ा है सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देना
सरकार का संकल्प है साथ ही साथ आयुष्मान कार्ड ने गरीब और निर्धन लोगों को भी गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा से स्वास्थ्य संस्थानों विकास अधिक से अधिक हो रहा है जहां प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ की आवश्यकता है आज पैथालॉजी का भविष्य सबसे अधिक है जो रोग निदान में महत्वपूर्ण है ऐसे ही रोजगारपरक प्रशिक्षण स्नातक किशोर किशोरियों को रोजगार उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं आज मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नीशियन, मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी, आपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी के साथ किशोरियों को सौन्दर्य विज्ञान, योगा एवं प्राकृतिक चिकित्सा, कम्प्यूटर विज्ञान, फ़ैशन टेक्नोलॉजी जैसे पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से अनुमोदित यूनिवर्सिटी से प्रवेश ले कर अपना भविष्य बना सकते हैं साथ ही साथ रोजगारपूर्ण बन सकेंगे!