2025-04-06 18:52:53
गुरुग्राम । बाइक चोरी की FIR दर्ज नहीं करने पर पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने IMT मानेसर थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह, मुंशी रविंद्र और जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल सुरेंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया है। अधिकारी शिकायतकर्ता को 20 दिन तक चक्कर कटा रहे थे। आखिर में पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई। इस पर पुलिस कमिश्नर ने तुरंत प्रभाव से तीनों को सस्पेंड कर दिया। शिकायतकर्ता राजीव ने बताया कि उसकी बाइक चोरी हो गई थी। वह लगातार थाने के चक्कर काट रहा था, मगर उसकी FIR दर्ज नहीं की गई। हर बार उसे टरका दिया जाता। कहा जाता कि कल आना, परसों आना। इससे वह थक चुका था। इसके बाद उसने पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा से मुलाकात कर अपनी व्यथा बताई। पुलिस कमिश्नर ने इस मामले को गंभीरता से लिया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि यदि कोई पुलिस कर्मचारी इस तरह की लापरवाही कर रहा है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। इससे यह संदेश देना है कि यदि कोई शिकायत लेकर आता है तो उसकी हर तरह से हेल्प की जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न की जाए। पुलिस कमियों की लापरवाही का यह मामला अब विस्तार से..... 8 फरवरी को हुई थी बाइक चोरी बिहार के शाहबाजपुर गांव निवासी राजीव कुमार ने IMT मानेसर थाना पहुंच कर शिकायत दी थी कि वह गांव बसई थाना सेक्टर 96 में किराए पर रहता है। वह सेक्टर-4 स्थित FA होम एंड अपैरल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता है। 8 फरवरी को वह बाइक (HR-26 FK 9876) से ड्यूटी पर गया था। सुबह 9:30 बजे उसने अपनी काले रंग की बाइक कंपनी की पार्किंग में खड़ी की। ड्यूटी खत्म करके करीब रात 11:00 बजे बाहर आकर देखा तो उसकी बाइक वहां नहीं थी। कोई व्यक्ति उसकी बाइक चोरी करके ले गया था। उसने बाइक को तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला। पुलिस कर्मचारी टालते रहे, SHO ने भी नहीं सुनी शिकायतकर्ता ने बताया कि वह कई दिन तक लगातार थाने के चक्कर काटता रहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आईओ सुरेंद्र और मुंशी रविंद्र उसे आज कल आज कल बोल कर टालते रहे। इससे पहले उसने फोन पर SHO देवेंद्र सिंह को भी अपनी शिकायत दी थी, लेकिन उन्होंने भी कोई सुनवाई नहीं की। बाइक के बिना उसे अपने ऑफिस जाने में भी परेशानी हो रही थी। थाने के चक्कर भी लगने शुरू हो गए। इससे परेशान होकर उसे पुलिस कमिश्नर के पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस कमिश्नर ने लगाया फोन, सीधे कहा-सस्पेंड करो राजीव कुमार ने आगे बताया कि अपनी शिकायत लेकर वह 31 मार्च को पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पहुंचा। वहां मौजूद पुलिसवालों ने पुलिस कमिश्नर से मिलवाया। पुलिस कमिश्नर ने तसल्ली से मौजूद पुलिसवालों ने पुलिस कमिश्नर से मिलवाया। पुलिस कमिश्नर ने तसल्ली से मेरी बात सुनी और मेरे सामने ही मानेसर के DCP को फोन लगाया। सीधे कहा कि तीनों को सस्पेंड कर दो। साथ ही मेरी शिकायत लेकर उसे मानेसर भेज दिया। इसके बाद मेरे पास DCP का कॉल आया और सीपी ऑफिस में एक अप्रैल को बुलाया