2025-04-05 23:08:28
लखनऊ। सीएम योगी के त्वरित व पारदर्शी न्याय को वैज्ञानिक संसाधनों से समृद्ध कर आम जन तक पहुंचाने की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से डीजीपी प्रशान्त कुमार पुलिस मुख्यालय स्थित अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद प्रेक्षागृह में ई-साक्ष्य, ई-समन एवं एन०आई०सी० द्वारा विकसित अन्य ऐप व पोर्टल के सम्बंध में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें, अपर पुलिस महानिदेशक / महानिदेशक के जीएसओ सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के तकनीकी सेवाएं मुख्यालय द्वारा एनआईसी के सहयोग से भारत सरकार द्वारा प्रख्यापित 03 नये आपराधिक कानून के सफल क्रियान्वयन हेतु ई-समन, ई-साक्ष्य, एनसीआरबी द्वारा विकसित संकलन और एनआईसी द्वारा विकसित अन्य डिजिटल एप्लिकेशन्स (न्याय श्रुति, न्याय सेतु, ई-फॉरेन्सिक्स 2.0, आईसीजेएस 2.0 इत्यादि) के प्रयोग के सम्बंध में जागरूक किये जाने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का प्रारम्भ अपर पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाएं नवीन अरोरा द्वारा किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय एवं कार्यशाला की रूपरेखा से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। कार्यशाला तीन नवीन आपराधिक कानूनों पर केंद्रित रही, जिसमें एनआईसी के उपमहानिदेशक (डीडीजी) श्री शशिकांत शर्मा एवं वरिष्ठ निदेशक (आईटी) श्री दीपक कुमार ने अतिथि व्याख्याता के रूप में तकनीकी सत्रों का संचालन किया । कार्यशाला में प्रदेश के सभी जनपद, कमिश्नरेट्स एवं विवेचनात्मक कार्यवाही सम्पादित करने वाली इकाईयों से लगभग 230 से अधिक व मुख्यालय स्तर से लगभग 50 पुलिस अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा सक्रिय सहभागिता की गयी। कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस बल को तकनीकी दृष्टि से सशक्त बनाना एवं डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर कानून प्रवर्तन की प्रक्रियाओं को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाना रहा। उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशों के क्रम में वर्तमान में ई-समन व्यवस्था 05 जनपद एवं कमिश्नरेट्स में पायलट के रूप में प्रचलित है। उ०प्र० पुलिस ई-समन व्यवस्था को सम्पूर्ण उ०प्र० में लागू करने हेतु पूर्ण रूप से तैयार है, जिसके दृष्टिगत पूर्व में ऑनलाइन ट्रेनिंग में लगभग 500 से अधिक कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।