2025-01-04 16:24:44
खुर्जा। यूं ही कोई सावित्रीबाई फुले नहीं बन जाता। लोगों के ताने, उलाहने और अपमान को सहनशीलता की सीमा के पार जाकर बर्दाश्त करने और वंचितों को अशिक्षा के अंधेरे से बाहर निकालने वाली ही माता सावित्रीबाई फुले बनती हंै। जिन्हें आज सभी देश की प्रथम शिक्षिका और नारी मुक्ति आंदोलन की प्रणेता के रूप में जानते हैं। यह विचार क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी, भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद प्रतिनिधि सत्य प्रकाश सिंह ने शुक्रवार की शाम जैना अतिथि भवन में महात्मा ज्योतिबा फुले जन्मोत्सव समिति के बैनर तले आयोजित माता सावित्रीबाई फुले के जन्म दिन पर एकत्रित लोगों के संबोधन में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। वरिष्ठ समाजसेवी, भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद प्रतिनिधि सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि माता सावित्रीबाई फुले युग प्रवर्तक, समाज सुधारक और सहनशीलता की अद्वितीय प्रतिमूर्ति थी। उनके आदर्श अनुकरणीय हैं। उन्होंने लोगों से माता साबित्री बाई फुले के आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान किया। मथुरा से पधारीं कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि प्रोफेसर दीपिका सैनी ने कहा कि ेेेेकरीब डेढ़ सौ वर्ष पहले दलित, पिछड़े, वंचित और समाज की धारा से पिछड़ गए लोगों के जीवन से अशिक्षा के अंधेरे को दूर करने का महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले का सपना पूजनीय है। उन्हें अपने इस सपने को पूरा करने में ना जाने कितनी बार अपमान के घूंट पीने पडे़। हमें उनके सपने का सेल्यूट करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन कर रहे महात्मा ज्योतिबा फुले जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता नानक चंद सैनी ने कहा कि यह कल्पनीय है कि अशिक्षा के अंधेरे को दूर करने के लिए यदि महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्री बाई फुले ने शिक्षा की अलख ना जलाई होती तो गरीब, दलित, पिछड़े और समाज के वंचित तबके के लोगों का उच्च शिक्षा का सपना तो दूर मामूली शिक्षा का सपना भी अधूरा ही रह जाता। उन्होंने समाज के लोगों से माता सावित्रीबाई फुले के आदर्शों को अपनाने का आहवान किया। कार्यक्रम के संयोजक बाबूजी धर्मवीर सैनी ने माता सावित्रीबाई फुजे को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि समाज के लोग लंबे समय तक माता साबित्री बाई फुले के योगदान को याद रखेंगे। इससे पहले समिति के सदस्यों ने समाज के होनहार मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपी चंद सैनी ने की। माता सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालने वालों में समिति के संरक्षक संतोष सैनी, महेश चंद सैनी, हरी गोपाल सैनी, पूर्व पालिका सभासद रतन पाल सैनी, सैनी समाज के नगर अध्यक्ष अमित सैनी, उपाध्यक्ष सुनील सैनी, विजय सैनी आढ़ती, गंगाधर सैनी, भूप सिंह सैनी, विजय सैनी, जैना अतिथि भवन के कांट्रेक्टर अमित सैनी, मुकेश सैनी, मोमराज सिंह प्रजापति और पवन सैनी समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।