2025-04-02 20:05:28
अधीक्षण अभियंता अजीत कुमार ने हिसार एयरपोर्ट पर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर प्रकाशित खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि 180 करोड़ रुपये की बाउंड्री वॉल संबंधी खबरें पूर्णत: भ्रामक और तथ्यहीन हैं। इसी प्रकार से हरियाणा पीडब्ल्यूडी की छुट्टी, डीजीसीए ने हिसार एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर जताई नाराजगी, बिना नींव बना दी 180 करोड़ रुपये की बाउंड्री वॉल टाइटल से छपी खबरें बिना तथ्यों की जांच किए प्रकाशित की गई है। सभी तथ्य के आधार पर लोक निर्माण विभाग (भवन तथा मार्ग) इस समाचार का पूरी तरह से खंडन करता है। प्रकाशित खबरों में लिखा गया है कि दीवार के निर्माण में 180 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जो कि गलत है। दीवार का निर्माण 20.56 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण किया गया है, जिसमें प्रत्येक पोस्ट के नीचे दो पाईलों का सेट (हर पाईल की गहराई 3 मीटर) और एक पाईल कैप (300 मिमी मोटाई) शामिल है। इसके ऊपर 125 मिमी मोटाई के दो पैनल रखे गए हैं, जिनकी लंबाई 4.200 मीटर और चौड़ाई 1.50 मीटर है। यह कार्य पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ के वैध डिजाइनों के अनुसार किया गया है। इस कार्य की निगरानी और दिशानिर्देश नागरिक उड्डयन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर दिए गए थे। इसके अलावा, भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) द्वारा इस कार्य की जांच और सत्यापन भी किया गया है और 6 अगस्त 2024 को निर्णायक अनुमोदन प्राप्त हुआ। कार्य की पूर्णता के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) द्वारा हर मापदंड पर जांच उपरांत खरा उतरने पर ही 13 मार्च 2025 को संचालन हेतु लाइसेंस प्रदान किया गया। प्रकाशित खबरों में यह भी कहा गया कि बिना नींव के दीवार का निर्माण किया गया है, जो कि बिल्कुल गलत और असत्य है। दीवार के नीचे नींव भरने की बात भी गलत है। यह स्थान जीएलएफ की जमीन होने और रिजर्व फॉरेस्ट के निकट होने के कारण, दीवार के नीचे से जंगली। जानवरों का आना-जाना सामान्य है, जिन्हें रोकने हेतु नागरिक उड्डयन विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार दीवार के नीचे खाली पड़ी जगह में दो फीट की ऊंचाई में चिनाई की जा रही है।