2025-04-10 22:59:57
विश्व होम्योपैथिक दिवस पर आयुष विभाग द्वारा जिले की होम्योपैथिक आयुष संस्थाओं पर मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ नीलम कुशवाह ने बताया कि प्रतिवर्ष 10 अप्रैल को होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के फाउंडर डॉ सैमुअल हैनीमैन की जयंती पर विश्व होम्योपैथिक दिवस मनाया जाता है इस बार म.प्र. शासन आयुष विभाग द्वारा डॉ हैनीमैन की 270वीं जयंती पर संपूर्ण प्रदेश की होम्योपैथिक संस्थाओं पर विशाल स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन सर्वजन स्वास्थ्य का लक्ष्य है कि हर कोई स्वस्थ रहे और प्रसन्न रहे की थीम पर किया गया है। डॉ कुशवाह के अनुसार होम्योपैथी एक प्राचीन, दुष्प्रभाव रहित चिकित्सा पद्धति है जो शरीर की बीमारियों का समूल नाश करती है यह प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले औषधीय पौधों तथा खनिजों से शरीर को मजबूत बनाकर हमारे इम्यून सिस्टम को ताकतवर बनाकर बीमारी को खत्म करती है साथ ही यह बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों सभी के लिए हानिरहित चिकित्सा है तथा आधुनिक समय में पैर पसार रहीं घातक व्याधियों जैसे कैंसर, फाइब्रॉयड, हेपेटिकडिसऑर्डर, आर्थराइटिस, प्रदर, एनीमिया, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि के उपचार में बहुत कारगर है आज आयोजित होने वाले शिविरों में इन बीमारियों से संबंधित मरीजों को उपचार दिया गया अतः आम जनता से अनुरोध है कि शासन द्वारा संचालित आयुष विभाग की संस्थाओं पर अधिक से अधिक जाकर आयुष चिकित्सा पद्धतियों का अधिकाधिक लाभ उठाएं।