2025-04-16 19:51:40
हिसार अखिल भारतीय सोहम महामंडल शाखा हिसार के तत्वावधान में गोयंका सेवा सदन देवी भवन के नए प्रांगण में चल रहे सत्संग/ प्रवचन के छ्टे दिवस महामंडलेश्वर श्री स्वामी विवेकानंद महाराज के कृपापात्र सोहं पीठाधीश्वर श्री स्वामी सत्यानन्द महाराज ने कहा कि श्रेय व प्रेय दोनों हर व्यक्ति के पास आते हैं धीर पुरुष कल्याण मार्ग का अनुशरण करता है जबकि अविवेकी अपने योगक्षेम अर्थात पेट भरने के लिए प्रेय मार्ग का अनुशरण करता है। यद्यपि कल्याण वाले मार्ग पर चलने पर बहुत परेशानी होती है। बड़ी परीक्षाएं होती है किंतु परिणाम सुखद होता है, जबकि प्रेय मार्ग में प्रारम्भ में सुख होता है परंतु परिणाम उसका दुखद होता है। धीर पुरुष जैसा अनुशरण करने में ही हम सब की भलाई है। हरिश्चन्द्र युधिष्ठिर आदि ने कष्ट बहुत सहे किंतु बाद में सफलता मिली। प्रवचनों की श्रृंखला में अन्य संतो ने भी अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया। व सुंदर भजनोंचलो सतगुरु की प्रेम नगरिया मन करले तू खोज खबरिया,मिला तुझको यह तन कर ले हरि का भजन चंगा लगदा नहीं जग विच रहना गुरुजी तेरे कोल बसना देख लिया इस जग विच आके मेरे सतगुरु देव मुझको तेरा सहारा कहीं छूट न जाए दामन तुम्हारा, तेरे सिवा दिल में समाए ना कोईस्वामी जी हमारे घर आए चलो खुशियां मनाएंआदि भजनों से उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया।इस अवसर पर राकेश गर्ग,सुनील गोयल,कमल किशोर सराफ,इंद्र चंद राठी,मुरारी लाल,अशोक अग्रवाल,वेद शर्मा,राम कुमार खनगवाल,विजय कुमार,पंकज सिंगला,आत्म प्रकाश गर्ग,जगदीश नागपाल,सुशील गोयल,आत्मा राम गर्ग इत्यादि श्रद्धालुओं ने सन्त महापुरुषों को माला पहनाकर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम के उपरांत भगवान की आरती की गई व उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया। आज सभी श्रद्धालुओं को गंगाजल भी वितरित किया गया।