2025-04-01 19:57:16
अलीगढ़। सफाई कर्मी को आयकर विभाग ने 33.88 करोड़ का नोटिस भेजा है। विभाग के मुताबिक, सफाई कर्मी की कंपनी ने 33.88 करोड़ टर्नओवर किया, मगर टैक्स नहीं भरा। इस मामले में आयकर विभाग ने जवाब मांगा है। नोटिस इनसाइट पोर्टल पर आई सूचना के आधार पर दिया गया है। सफाई कर्मी को यह नोटिस सोमवार शाम को मिला है। पीड़ित का कहना है कि उसकी कोई फर्म नहीं है। वह 15000 हजार रुपए महीने कमाता है। इतनी रकम तो उसने कभी देखी ही नहीं है। उसने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। बताया कि उसके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया है। मामला चंडौस थाना क्षेत्र का है। आयकर अधिकारी नेम सिंह ने बताया कि ऐसे लोगों को नोटिस जारी किया जा रहा है, जिन लोगों ने कुछ वर्षों तक तो आयकर रिटर्न भरा गया। इसके बाद रिटर्न भरना बंद कर दिया गया। इसके बाद इन खातों में बड़ी रकम का लेनदेन हुआ। मगर आयकर जमा नहीं किया। ऐसे लोगों को ही धारा 148 में 115 नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में करन को भी नोटिस जारी किया गया। चंडौस कस्बा निवासी करन कुमार वाल्मीकि पुत्र सूरजपाल वाल्मीकि खैर तहसील की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बतौर सफाई कर्मी काम करते हैं। वह ठेकेदार के माध्यम से बैंक में नौकरी कर रहे हैं। बैंक में उसे 15000 रुपए का मासिक वेतन मिलता है। करन कुमार वाल्मीकि ने बताया कि सोमवार शाम को मैं अपने घर पर आया तो परिवार वालों ने नोटिस दिखाया। नोटिस देखने के बाद कुछ समझ में नहीं आया। उन्होने एक वकील को नोटिस भेजकर मामले की जानकारी की। पता चला कि आयकर विभाग से नोटिस जारी हुआ है। उनका कहना है कि आयकर विभाग खंड तीन के आयकर अधिकारी नैन सिंह की ओर से यह नोटिस 22 मार्च 2025 को जारी किया गया था, जो 31 मार्च को प्राप्त हुआ। मुझे 31 मार्च तक विभाग को अपना जवाब देना था। नोटिस के अनुसार 2018-19 में करन के 33.88 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है। विभाग को इसका हिसाब किताब नहीं दिया है। बताया, यह कारोबार मेरे पैन कार्ड पर किया गया है। करन ने बताया कि 2018 में नोएडा नौकरी करने गए थे। यहां पर एक ठेकेदार के माध्यम से मुझे कागज बनाने की फैक्ट्री में नौकरी मिली थी। जहां पर मुझे 8300 रुपए मासिक सैलरी मिलती थी।फैक्ट्री में मैंने 2 साल तक काम किया था। इसके बाद वापस अलीगढ़ आ गया था। उन्होने बताया कि नौकरी पाने के समय ही मैंने अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज जमा कराए थे। उसे आशंका है कि उसके दस्तावेजों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है। इसकी जांच होनी चाहिए। सफाई कर्मी करन के घर में उसकी पत्नी के साथ माता-पिता भी रहते हैं। उनका संयुक्त परिवार है और करन की सैलरी के अलावा उसके पिता कुछ छोटा मोटा काम कर लेते हैं। घर की हालत यह है कि उनका पुराना और कच्चा मकान है और सालों से इसे रिपेयर भी नहीं कराया गया है। ऐसे में जब करन को करोड़ों का नोटिस मिला तो सभी सदमें में हैं। आयकर के नोटिस की जानकारी होने के बाद करन अपने परिवार के लोगों के साथ चंडौस थाने में तहरीर देने पहुंचा। यहां उसके साथ गांव के अन्य लोग भी थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। पुलिस को करन ने बताया कि उसके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया है। जिसके बाद पुलिस अब मामले की जांच करेगी। सीओ खैर वरुण सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जाएगी। जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।