2025-04-01 21:43:47
लघु सचिवालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सभागार में मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा की अध्यक्षता में एनकोर्ड की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत की जा रही गतिविधियों, डी-एडिक्शन सेंटर्स की स्थिति, मेडिकल स्टोर्स के निरीक्षण तथा विद्यालयों व खेल अकादमियों में चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एनडीपीएस अधिनियम के मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए व जिले में नशे की डिमांड व सप्लाई पर रोक लगाई जाए। जिले में नशे से सबसे ज्यादा प्रभावित गांवों की मैपिंग कर एनडीपीएस के प्रत्येक केस की समीक्षा की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशा मुक्त अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए और युवाओं को नशे से बचाने के लिए निरंतर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के लिए विशेष सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा को अवगत कराया गया कि जिले के प्रत्येक उपमंडल में एसडीएम की निगरानी में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत लगातार गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। सभी स्कूलों में शिक्षकों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से जागरूक कर रहे हैं। जिले के 1041 सरकारी व निजी स्कूलों में ‘धाकड़ क्लब’ का गठन कर पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन, भाषण, वाद-विवाद और क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को नशे के विरुद्ध प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में मार्च महीने में स्कूलों में आयोजित प्रतियोगिताओं की तस्वीरें भी साझा की गईं। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत द्वारा डी-एडिक्शन सेंटरों की स्थिति पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। नागरिक अस्पताल, हिसार स्थित ड्रग डी-एडिक्शन सेंटर, परिवर्तन अस्पताल और सेवा सदन डी-एडिक्शन सेंटर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान केंद्रों में उपलब्ध सुविधाओं, मरीजों को दी जा रही सेवाओं और पुनर्वास की स्थिति का आकलन किया गया। बैठक में बताया गया कि फरवरी और मार्च 2025 के दौरान जिले में कुल सात नशा मुक्ति शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और नशा छोडऩे का संकल्प लिया। जिले के 101 गांव नशा मुक्त घोषित हो चुके हैं। जिला खेल अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि खेल अकादमियों में भी विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे युवा खिलाडिय़ों को नशे से दूर रहने का संदेश दिया जा रहा है। बैठक में जिला औषधि नियंत्रक ने मेडिकल स्टोर्स के निरीक्षण की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि मार्च महीने में 54 मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई, रिकॉर्ड मैच न होने पर 14 मेडिकल स्टोर्स को कारण बताओ नोटिस दिया गया तथा 7 मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस सस्पेंड किए गए। दवा विक्रेताओं को ड्रग्स एक्ट के प्रावधानों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिला अटॉर्नी कार्यालय द्वारा मार्च महीने तक लंबित मामलों की संख्या और उन पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट साझा की गई। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने निर्देश दिए कि एनडीपीएस अधिनियम के मामलों में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जाए ताकि दोषियों को शीघ्र सजा दिलाई जा सके और नशे के खिलाफ सख्त संदेश दिया जा सके। एनकोर्ड बैठक में बरवाला एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश बेनीवाल, हिसार एसडीएम ज्योति मित्तल, सीईओ जिला परिषद हरबीर सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेन्द्र सिंह, सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत, जिला बाल कल्याण अधिकारी विनोद कुमार, जिला खेल अधिकारी नरेश कुमार, डॉ. गरिमा दहिया, डीआईओ दीपक भारद्वाज, एडीआईओ ज्योति सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।