2025-04-10 21:55:18
हरियाणा के हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के 28 वर्षीय पर्वतारोही नरेंद्र कुमार ने नेपाल की विश्व की सबसे खतरनाक चोटी माउंट अन्नपूर्णा पर तिरंगा फहराकर देश का नाम रोशन किया है। नरेंद्र ने यह कठिन अभियान महज 12 दिनों में पूरा कर एक नया इतिहास रचा। उन्होंने इस चढ़ाई की शुरुआत 25 मार्च को की और 7 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे अन्नपूर्णा शिखर पर तिरंगा लहराया। सीएम ने दी बधाई : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस उपलब्धि पर ट्वीट कर नरेंद्र को बधाई दी और कहा कि हरियाणा का यह लाल पूरे देश का गौरव बना है. मुख्यमंत्री ने लिखा, अन्नपूर्णा चोटी पर तिरंगा फहराकर देश को गौरवान्वित किया है। हरियाणा के इस लाल को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।आगे भी सफलता की ऊंचाइयों को छूते रहें. सबसे खतरनाक चोटी मानी जाती है अन्नपूर्णा : माउंट अन्नपूर्णा (8,091 मीटर) विश्व की दसवीं सबसे ऊंची और सबसे खतरनाक चोटी मानी जाती है। यहां हर रोज बर्फीले तूफान और एवलांच का खतरा बना रहता है। चोटी का ढलान खड़ा होने के कारण यह चढ़ाई अत्यंत चुनौतीपूर्ण होती है। इस पर्वत पर चढ़ने की कोशिश बहुत लोगों ने की, परंतु इसकी कठिनाइयों के कारण कामयाबी कुछ ही को मिली है। इससे पहले कई चोटियों को किया फतह : नरेंद्र कुमार इससे पहले भी कई ऊंची चोटियों को फतह कर चुके हैं. उन्होंने माउंट ल्होत्से (दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी) पर 16 मई 2022 को तिरंगा फहराया था. अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को उन्होंने मात्र 5 दिन में दो बार फतह कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। 15 अगस्त 2021 को उन्होंने हिमाचल प्रदेश की यूनम पीक (6,111 मीटर) पर 151 फीट लंबा तिरंगा लहराकर आजादी के 75वें वर्ष का जश्न अनोखे अंदाज में मनाया। महज 12 दिनों में पूरा हुआ अभियान नरेंद्र ने पर्वतारोहण की शुरुआत 2019 में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान, मनाली से बेसिक कोर्स करके की. फिर 2021 में उन्होंने हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट, दार्जिलिंग से एडवांस कोर्स किया.