2025-04-03 19:27:58
सोनीपत में मार्केट कमेटी के सचिव दीपक सिहाग को सरकार ने निलंबित कर दिया। आरोप है कि उन्होंने कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की सिफारिश को नजरअंदाज कर दिया और एक फर्म को अनाज मंडी में दुकान अलॉट करने से मना कर दिया। इसके बाद उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए गए। यह विवाद श्री चंद प्रमोद जैन नामक फर्म से जुड़ा है। 2000 में जब नई अनाज मंडी शुरू हुई थी, तब यह फर्म दुकान पाने में असफल रही थी क्योंकि मानकों को पूरा नहीं कर रही थी। 2024 में विधानसभा चुनावों के बाद कृषि मंत्री बने श्याम सिंह राणा ने इस फर्म के पक्ष में दुकान आवंटन की सिफारिश की। लेकिन, सचिव सिहाग ने नियमों का हवाला देते हुए दुकान देने से इनकार कर दिया। सिफारिश ठुकराने के बाद फर्म के मालिक गौरव जैन ने मंत्री से शिकायत की कि सचिव रिश्वत मांग रहे हैं। सचिव कुछ दिनों की छुट्टी पर चले गए थे, लेकिन लौटने के बाद भी उन्होंने दुकान अलॉट नहीं की। इसके बाद उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर कार्रवाई की गई। हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड ने दीपक सिहाग को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पंचकूला के सीएमईओ, आईआईएसएम बोर्ड कार्यालय में अटैच कर दिया है। सचिव का कहना है कि उन्हें विभाग के पत्र का जवाब देने में देरी के कारण सस्पेंड किया गया। उन्होंने सफाई दी कि उनकी मां की तबीयत खराब थी, जिसके कारण वे छुट्टी पर थे। सिहाग ने दुकान अलॉटमेंट के बदले पैसे मांगने के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा पात्रता जांच के आदेश दिए गए थे, और इस पर प्रक्रिया जारी थी। लेकिन, गौरव जैन जल्दबाजी में थे और कई बार पंचकूला और चंडीगढ़ के चक्कर लगा चुके थे। सिहाग ने बताया कि गौरव जैन की नई अनाज मंडी में कोई दुकान नहीं है, और वे व्यापार में घाटे का सामना कर रहे थे। इसी कारण कृषि मंत्री ने मानवीय आधार पर उनकी मदद करने के लिए सिफारिश की थी। हालांकि, सचिव द्वारा निर्धारित नियमों से समझौता नहीं किया गया, जिसके चलते यह विवाद खड़ा हुआ।