2025-04-05 23:07:42
बिजनौर।हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा लाये गए वक़्फ़ संशोधन अधिनियम का रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी द्वारा समर्थन किये जाने से मुस्लिम समाज की नाराजगी और समाज मे सेकुलर छवि रखने वाले बिजनौर के पूर्व चेयरपर्सन पति शमशाद अंसारी ने रालोद से इस्तीफा दे दिया है। शनिवार को अपने कैम्प कार्यालय पर आयोजित की पत्रकार वार्ता मे शमशाद अंसारी ने रालोद से किनारा करने करने का एलान किया। अपने इस्तीफा की वजह बताते हुए शमशाद अंसारी ने कहा की उन्होंने हमेशा सेकुलर राजनीति की है। हमेशा आवाम की खिदमत की है। उनका राजनीति का मकसद भी यही है। राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेताओं ने वादा किया था की कभी भी मुस्लिम समाज सहित किसी भी जाति-धर्म के साथ नाइंसाफी नहीं की जाएगी, लेकिन रालोद ने वक्फ संशोधन बिल का समर्थन कर मुस्लिम समाज के लोगों को आहत किया है। क्योंकि लोकसभा और राजयसभा मे पारित हुए वक्फ संशोधन बिल से मुस्लमान नाराज हैं। ये बिल वक्फ बोर्ड मे सरकार की भेजा दखअंदाजी माना जा रहा हैं। जिससे लोग आहत है और खुद को ठगा महसूस कर रहे है। जयंत चौधरी की सेक्युलर राजनीति व सबको साथ लेकर चलने की रणनीति के चलते बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज लोग रालोद से जुड़ा रहा है। पार्टी ने अपनी विचारधारा और नीतियों से उलट वक्फ बिल का समर्थन किया है जिसके बाद पार्टी मे बने रहने की कोई गुंजाईश बाकि नहीं रह जाती है। शमशाद अंसारी ने अपने भविष्य का फैसला जनता पर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा की उनका फिलहाल किसी भी दल मे जाने का कोई इरादा नहीं है। लोगो से मशवरा करके आगे का फैसला लिया जाएगा। इस्तीफा देने वालों मे शमशाद अंसारी के आलावा शाहिद मलिक, शहबाज़ हसन, दिलशाद पठान, वारिस शेख, असलम इरफ़ान, शहबाज़ अंसारी, फुरकान अहमद, शारिक अंसारी, निजामुद्दीन, फेसल मोहम्मद, शावेज, तारिक, अनिल कुमार, मुजम्मिल, दानिश अंसारी, जुनेद, मो. जावेद, अमजद अहमद, रिहान मलिक, मुदशसिर, राहुल कुमार, मेराज, इरफ़ान अंसारी, बाबू ठेकेदार, माजिद आढ़ती, अबरार अहमद, उजैर अहमद, शेख अनस, तस्लीम अंसारी, वकील अहमद, सरताज मलिक, इंतज़ार मलिक, अयान आदि सेकड़ो लोगो ने रालोद से इस्तीफा दिया है।