2025-04-02 18:10:00
बिजली बोर्ड कार्यालय प्रांगण में आज सर्व कर्मचारी संघ के आवाहन पर ऑल हरियाणा पॉवर कॉरपोरेशनज़ वर्कर्स यूनियन के बैनर तले कर्मचारी मांगों जैसे - आठवें वेतन आयोग के गठन में देरी करना व उसमें नियमो बदलाव, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करवाने, विभागों में खाली पड़े पदों पर स्थाई भर्ती बारे, हरियाणा का अलग से वेतन आयोग गठित करवाने, महंगाई के अनुरूप महंगाई भत्ता जारी करवाने, तबादलों पर लगाया गया प्रतिबंध हटाकर विभागीय अधिकारियों द्वारा करने के लिए दो घंटे की गेट मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सब यूनिट प्रधान लख्मीचंद रावत द्वारा की गई जबकि मीटिंग का संचालन वित्त सचिव नरेश रावत द्वारा किया गया। मीटिंग को सम्बोधित करते हुए एएचपीसी वर्कर यूनियन यूनिट प्रधान नरेंद्र सौरोत व वरिष्ठ उप प्रधान गोपाल रावत ने संयुक्त ब्यान में बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा कर्मचारियों की मूलभूत मांगों को पूरा नहीं करने के विरोध में आज पूरे हरियाणा में सभी उपमंडल कार्यालयों पर दो घंटे तक विरोध स्वरूप प्रदर्शन करते हुए गेट मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें कर्मचारियों की विभिन्न मांग शामिल है। केंद्र व राज्य में बीजेपी सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में आज पूरे प्रदेश का कर्मचारी आन्दोलन की राह पर हैं। निगम मेनेजमेंट व राज्य और केंद्र की मौजूदा सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। कच्चे कर्मचारी के इलाज के लिए चिरायु कार्ड बनाने के नाम पर पिछले साल निगम मैनेजमेंट द्वारा उनकी सैलरी से 1500 रूपये काटे थे परंतु आज तक भी उनके चिरायु कार्ड नहीं बने हैं जिसके कारण कच्चा कर्मचारी अपना व अपने परिजनों का सही ढंग से इलाज करने से वंचित है। इसके अलावा कच्चे कर्मचारी बहुत ही न्यूनतम वेतन पर काम करते हैं। इसलिए उनको उनके गृह क्षेत्र में ही काम उपलब्ध कराया जाए ताकि उनको दूर दराज के क्षेत्र में न जाना पड़े। इसके अलावा कच्चे कर्मचारियों की सैलरी में पिछले 4 साल से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है जो कि कर्मचारियों के साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी है। आज सभी विभागों में लाखों पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में कच्चा कर्मचारी ही सभी विभागो में रीड की हड्डी की तरह काम कर रहा है इसके बावजूद भी कच्चा कर्मचारी ही निगम मैनेजमेंट की उपेक्षा का शिकार हो रहा है। यूनियन द्वारा मुख्य रूप से हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग करने, ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मियों को सीधे निगमों के पे-रोल पर करने, समान काम समान वेतन देने, नैशनल पैंशन योजना को रद्द करना व पुरानी पेंशन योजना लागू करने, एनपीएस के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा देने, 18 महीने के बकाया डीए/ डीआर का भुगतान, एलटीसी का बजट जारी किया जाए, जोखिम भत्ता दिया जाए, एचआरए 8/16/24 से 10/20/30 करना, 50 प्रतिशत डीए को मूल वेतन में मर्ज करना, ट्रेड यूनियन एवं लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा, अनुकंपा नियुक्ति स्कीम में लगाई गई शर्तों का हटाना और सेवा सुरक्षा सहित सभी सामाजिक लाभ देने, आदि मांगों को लेकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। आज के प्रदर्शन में नरेश महलावत, प्रदीप सैनी, भूप सिंह, भगत सिंह, राजवती, तस्सवर हुसैन, तैय्यब हुसैन, सोहन सिंह, अलावा काफी कर्मचारी मौजूद थे।