2023-12-08 17:38:35
(गुलफ्शा कुरैशी)
बुढ़ाना। ब्लाक क्षेत्र के गांव रसूलपुर दभेडी में संबंधित अधिकारियों की ओर से अवैध रूप से दूध की डेयरी चलाने वालों पर कोई कार्रवाई न करने का खामियाजा ग्रामवासियों को भुगतना पड़ रहा है। डेयरी संचालक बेखौफ होकर नाले और नालियोें में गोबर बहा रहे हैं। इससे जल निकासी की समस्या पैदा हो रही है और साथ में ही ग्रामीण नालियों से उठने वाली दुर्गंध से बहुत ही ज्यादा परेशान हैं। कई बार ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव सहित अन्य संबंधित अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है लेकिन यह समस्या अभी तक भी ज्यूं की त्यूं ही हैं। ग्रामीणों की मांग है कि या तो ये दूध की अवैध डेयरियां बंद कराई जाएं या फिर इन सभी डेयरियों को गांव से बाहर स्थापित किया जाएं। यह समस्या वैसे अकेले गांव रसूलपुर दभेडी में ही नहीं हैं बल्कि अन्य गांवों में भी है। गांव रसूलपुर दभेडी में कई दर्जन दूध की डेयरियां बैखौफ होकर चलाई जा रही हैं।
जिनमें से रोजाना कई क्विंटल गोबर निकलता है और यही गोबर फिर नालियों में बहाया जाता है और फिर नालियां और नाले चोक हो जाते हैं। बताया जाता है कि इस गांव के लगभग सभी डेयरी संचालक गोबर को नालियों में बहा रहे हैं। जिस वजह से नालियां अटी रहती हैं और कई बार तो ओवर फ्लो होकर सारी गंदगी सड़क पर फैल जाती है। वैसे विगत माह इस मुद्दे को केंद्रीय मंत्री डाक्टर संजीव बालियान ने भी उठाया था लेकिन इसके बाद भी किसी भी डेयरी संचालक ने नालियों में गोबर बहाना बंद नहीं किया। इसी तर्ज पर रसूलपुर दभेडी में नालियों में गोबर बहाने का सिलसिला लगातार जारी है।
एक ग्रामीण ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बतलाया कि कई वर्षों से वह इस समस्या को झेल रहे हैं। संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में बताया जा चुका है लेकिन समस्या का कोई भी समाधान नहीं हुआ। सुबह जब घर से बाहर निकलते हैं तो नाली में उतरती गंदगी के दर्शन होते हैं। एक और अन्य ग्रामीण ने बताया कि इन नालियों में डेयरियों से इतनी अधिक मात्रा में गोबर आता है कि यह हर दूसरे दिन अट जाती हैं। यदि किसी दिन बारिश हो जाए तो सारी गंदगी नाली से निकल सड़क पर फैल जाती है जिससे वहां से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। एक अन्य ग्रामीण कहते हैं कि पिछले कई वर्षों से यहां ऐसे ही हालात हैं। अधिकारी लोगों की बात सुनते ही नहीं हैं। जब कभी ग्राम पंचायत के कर्मचारी सफाई के लिए आते हैं तो गोबर नालियों से बाहर निकाल देते हैं।
उस समय गलियों से गुजरना दूभर हो जाता है। एक ग्रामीण ने बताया कि वैसे तो नालियों की सफाई बहुत कम होती है। जब सफाईकर्मी आकर नालियों से गोबर निकालकर जाते हैं तो वह दो घंटे के बाद से फिर गोबर से भर जाती हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस समस्या का स्थाई समाधान किया जाना चाहिए।
क्या कहते हैं बीडीओ सतीश कुमार..
बुढ़ाना। इस संबंध में जब बुढाना खंड शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार से बात हुई तो उन्होने बताया कि नाली में गोबर बहाने की शिकायत मिली है। ये प्रकरण गांववासियों के हिसाब से बहुत ही गंभीर है। वे इसको दिखवाएंगे और ऐसे डेयरी मालिकों को चिंहित कर उनको कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे।