2023-11-24 13:23:58
मौदहा हमीरपुर। बुण्देलखण्ड के सबसे बड़े आयोजन हजरत बाबा निजामी रह.के चार दिवसीय सालाना उर्स के तीसरे दिन न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड सहित अन्य प्रदेशों से भारी संख्या में अकीदत मंंदों ने हाजिरी दी,जबकि क्षेत्र के लोगों ने भी भारी संख्या में कम्हरिया जाकर मजार पर अपनी अकीदत पेश की।बताते चलें कि हजरत बाबा निजामी की ख्याति भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत अधिक है और पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित अन्य देशों से जायरीन बाबा के दरबार में हाजिरी देने आते थे लेकिन बीते कुछ दशकों से उनकी संख्या नगन्य हो गई है।
बुण्देलखण्ड के सुप्रसिद्ध सूफी संत हजरत हकीम बाबा के 61 चार दिवसीय सालाना उर्स में तीसरे दिन भारी संख्या में अकीदत मंदों ने अपनी हाजिरी दी,जिसके चलते लोगों ने रेलवे स्टेशन से लेकर कम्हरिया तक जगह जगह भारी लंगर और शीतल पेय का इंतजाम किया।मेले में उमड़ने वाली भीड़ को लेकर ग्राम पंचायत और पुलिस विभाग की ओर से भारी इंतजाम किए गए थे जिसके चलते कम्हरिया में अस्थायी पुलिस चौकी दो अस्थायी अस्पताल भी बनाए गए थे जबकि फायर बिग्रेड और एम्बुलेंस की तैनाती के साथ ही मेले में निर्बाध बिजली देने के उद्देश्य से बिजली विभाग की टीमों को भी तैनात किया गया था।
शुक्रवार की सुबह कुल की फातिहा के साथ चार दिवसीय उर्स का समापन होगा।मेले को देखते हुए कम्हरिया में शिफ्ट वार पेयजल आपूर्ति की गई जिससे मेले में आने वालों के साथ ही कम्हरिया वासियों को भी पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।जिसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर भी विशेष इंतजार किए गए थे।
मेले में भी दिखाई दी मंहगाई की मार
बेतहाशा बढ़ चुकी मंहगाई और खेती के सीजन का असर मेले में भी देखने को मिला, जिसके चलते जायरीनों की संख्या हर वर्ष लगातार कम होती जा रही है जिसका मुख्य कारण मंहगाई और समयाभाव है।हालांकि इस साल हर साल की तरह बाहरी दूकानदारों की संख्या भी कम रही।जबकि क्षेत्रीय लोगों ने जमकर मेले का आनंद लिया और आसपास के लोगों ने हर दिन कम्हरिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई तो वहीं बाहरी मेहमानों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई।