2025-04-01 22:15:29
गर्मी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने जिलावासियों से जल संरक्षण की अपील की है। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में जल संरक्षण न केवल आवश्यक है, बल्कि यह हमारा कर्तव्य भी है। जल की बर्बादी रोकने और पेयजल की सुचारु आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी नागरिकों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। पेयजल से संबंधित किसी भी समस्या के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180-5678 पर संपर्क किया जा सकता है। उपायुक्त ने बताया कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे पानी की खपत भी बढ़ती जा रही है। नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है। इस संबंध में सिंचाई विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और पंचायत विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि गर्मी के दौरान पेयजल आपूर्ति में किसी प्रकार की बाधा न आए। नहरी पानी के अलावा, ट्यूबवेल से भी पानी की वैकल्पिक आपूर्ति की व्यवस्था की जाए, ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उपायुक्त ने नागरिकों से पेयजल की बर्बादी रोकने और पानी बचाने के लिए अपील की है कि पानी के रिसाव को ठीक करवाएं। गार्डन में होज नोजल का उपयोग करें। शॉवर का कम से कम इस्तेमाल करें। अधिक कपड़े एक साथ धोएं और पेयजल से वाहन न धोएं। कार धोने के लिए बाल्टी और कपड़े का प्रयोग करें। पशुओं को पेयजल से न नहलाएं। नल को खुला न छोड़े और बर्तन धोते समय बाल्टी का प्रयोग करें। वर्षा जल संचयन करें और उसे व्यर्थ न बहाएं। जल संरक्षण एक सामूहिक प्रयास है, जिसमें हर व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक है। उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि वे जिम्मेदारी से जल का उपयोग करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित रखें।