2025-01-27 16:08:14
ध्वजारोहण: अधिकारी प्रखर कुमुख्य विकासमार सिंह ने विकास भवन प्रांगण में ध्वाजारोहण के उपरांत राष्ट्रगान कर तिरंगे को सलाम किया। ध्वजारोहण के उपरांत संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा गया। सीडीओ ने उपस्थित विकास भवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान की प्रस्तावना ही संविधान की आत्मा है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र हमें अपने राष्ट्र पर गर्व करने के साथ ही वीर शहीदों को नमन करने का अवसर प्रदान करता है। भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा एवं लिखित संविधान है। भारत के संविधान में मौलिक अधिकारों को संयुक्त राज्य अमेरिका से लिया गया है जो भारत के प्रत्येक नागरिक को प्राप्त है मौलिक अधिकार भारत के संविधान की आत्मा है। यह मौलिक अधिकार देश के अंतिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति को भी आवाज देता है। इस अवसर पर पीडी डीआरडीए भाल चन्द त्रिपाठी समेत विकास भवन के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।