2025-03-23 20:18:03
बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने कहा कि बिहार आज वैश्विक मंच पर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और तेजी से बढ़ते विकास के लिए चमक रहा है। उन्होंने बिहार को देश की पहली यूनिवर्सिटी नालंदा का गढ़ बताते हुए रविवार को कहा कि यहीं से भारत में शिक्षा की नींव पड़ी। पहले गरीबी के लिए पहचाना जाने वाला बिहार अब विकास के नए आयाम गढ़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से बिहार प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर है। बिहार दिवस के अवसर पर कुंडली (हरियाणा) में आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत स्नेह मिलन कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने बिहार में निवेश की अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार उद्योगों के लिए सुरक्षित और पारदर्शी माहौल बना रही है। नए उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बिहार आर्थिक रूप से सशक्त होगा। उन्होंने हरियाणा के उद्योगपतियों से बिहार में निवेश का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने भी शिरकत की और बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा की तरक्की में बिहार वासियों का बड़ा योगदान है। राई क्षेत्र में बिहार के लाखों लोग कंपनियों में काम करते हैं, जिससे इस क्षेत्र को औद्योगिक पहचान मिली है। मोहनलाल बड़ौली ने इस आयोजन को आपसी भाईचारे और सांस्कृतिक समझ को बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बिहार से हरियाणा आए लोगों को सुरक्षित माहौल दिया जाता है, ताकि वे निश्चिंत होकर काम कर सकें। बिहार को तपस्वियों और मेहनती लोगों की भूमि बताते हुए उन्होंने छठ पूजा जैसे त्योहारों को हरियाणा में उत्साह से मनाए जाने की सराहना की। नालंदा को ज्ञान का वैश्विक केंद्र बताते हुए उन्होंने बिहार की ऐतिहासिक महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में पूर्व बिहार विधान परिषद सदस्य रजनीश कुमार ने बताया कि बिहार दिवस हरियाणा के सात जिलों में मनाया जा रहा है। यह आयोजन दोनों राज्यों के बीच एकता को मजबूत करेगा और देश के विकास में योगदान देगा। इस मौके पर राई से विधायक के कृष्ण गहलावत, सोनीपत से विधायक निखिल मदान, भाजपा के सोनीपत से अध्यक्ष अशोक भारद्वाज, मेयर राजीव जैन, कुंडली नगर पालिका की अध्यक्ष शिमला देवी, शंकर शास्त्री, पार्षद निरंजन, भाजपा के चारों मंडल अध्यक्ष, गांव भैरा बांकीपुर के सरपंच जयराम शर्मा आदि उपस्थित रहे। बिहार और हरियाणा के इस सांस्कृतिक संगम ने दोनों राज्यों के रिश्तों को नई मजबूती दी।