सिंघानिया विश्वविद्यालय एवं गुरु गोविंदसिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने पर हुई सहमति

सिंघानिया विश्वविद्यालय और गुरु गोविंदसिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली ने
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2025-03-20 22:18:54

पचेरी बड़ी। सिंघानिया विश्वविद्यालय और गुरु गोविंदसिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली ने, नई शिक्षा नीति-2020 के अनुसार, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार परक शिक्षा को उन्नत दर्जे का बनाने एवं समाज के हर वर्ग में इसकी उपयोगिता बढ़ाने पर आपकी सहमति जताई है। सिंघानिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी डॉ. मनोजकुमार गर्ग के नेतृत्त्व में विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली में द्वारका स्थित गुरु गोविंदसिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय की यात्रा कर, शिक्षा के नए पहलुओं को उन्नत दर्जे का बनाने तथा इंफ्रास्ट्रक्चर, लैबोरेट्री और फैकेल्टी डेवलपमेंट के बारे में विस्तार से चर्चा की। गुरु गोविंदसिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के रजिस्टर डॉ. कमल पाठक ने स्वागत-भाषण में, शिक्षा के क्षेत्र में अपने विश्वविद्यालय की अभूतपूर्व भूमिका एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, सभी अतिथियों का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के कुलपति पद्मश्री डॉ. महेश वर्मा ने शिक्षा के माध्यम से ओवरऑल डेवलपमेंट, इंक्लूसिव एजुकेशन तथा मल्टीडिसीप्लिनरी एजुकेशन को समाज की प्रमुख विधा बताते हुए, ऑटोनॉमी इन एजुकेशन तथा स्टूडेंट सेंट्रिक एजुकेशन के बारे में समाज के हर वर्ग को शिक्षा के अधिकारों को देना बताया। सिंघानिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. मनोजकुमार गर्ग ने संबोधन करते हुए सिंघानिया विश्वविद्यालय को उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई टेक्नोलॉजी लैबोरेट्री एवं स्किल्ड टीचिंग स्टाफ के द्वारा राजस्थान एवं देश की विशिष्ट संस्थाओं की श्रेणी में लाने पर बल दिया तथा हर वर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा मिले एवं उससे जुड़े रोजगार के अवसर प्राप्त हों, इसके लिए सार्थक प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाला समय एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है, जिसमें स्टूडेंट एवं स्टाफ को समय के साथ-साथ अपने को अपग्रेड करना होगा। डॉ. गर्ग ने स्पष्ट किया कि दोनों विश्वविद्यालयों की सहमति का उद्देश्य पारस्परिक शिक्षा का आदान-प्रदान, फैकेल्टी डेवलपमेंट, को-रिलेटिव स्टडी एवं शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहभागिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे और भी संस्थाओं के साथ सहभागिता करना आवश्यक बताया। उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर प्रो-प्रेसिडेंट एवं फाइनेंस ऑफिसर डॉ. सुनीलकुमार सोबती एवं कैंपस डायरेक्टर डॉ. पीएस जस्सल सहित टीचिंग स्टाफ और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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