2025-03-18 21:27:18
बरवाला । आओ मिलकर साथ चलें युवा संगठन के तत्वाधान में रविवार को 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन वार्ड नं.19, न्यू पार्क दौलतपुर रोड बरवाला में किया गया ! जिसमें मुख्य वक्ता श्री सतीश समैण जी थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत साधु बाबा जी द्वारा की गई ! कार्यक्रम में वशिष्ठ अतिथि के तौर पर पंडित त्रिलोक दत्त जी,सन्त प्रहलाद नाथ जी,श्री विजेंद्र जी रहे ! आओ मिलकर साथ चले युवा संगठन के पदाधिकारी ने बताया की इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य विश्व शांति और समाज में फैली हुई सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए किया जा रहा है ! उन्होंने यह भी बताया कि आज समाज बहुत तेजी विसंगतियों व पश्चिमी सभ्यता की ओर जा रहा है जिसके कारण आज हम हमारे धर्म मे होने वाले हवन-यज्ञ जैसे पवित्र कार्यक्रमों से दूर होते जा रहे हैं ! इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य इन्हीं चीजों को बढ़ावा देना और समाज में समरसता पैदा करना है ! मुख्य वक्ता श्री सतीश समैण जी ने बताया की हवन की परम्परा सदियों से चली आ रही है। इसका उल्लेख रामायण और महाभारत में भी किया गया है। अग्नि के जरिए ईश्वर की उपासना करने की विधि हवन या यज्ञ कहलाती है। कहा जाता है कि हवन करने से हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। पूजा के बाद हवन आज भी उतना ही शुभ फलदायी माना गया है, जितना पहले माना जाता था। सन्त प्रहलाद नाथ जी ने बताया कि कहा जाता है कि पूजा-पाठ समेत कोई भी धार्मिक कार्य हवन के बिना अधूरा है। इसके जरिए आसपास की नकारात्मक ऊर्जा और बुरी आत्माओं के प्रभाव को खत्म किया जाता है। ग्रह दोष से पीड़ित व्यक्ति को ग्रह शांति के लिए हवन करने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि हवन पूर्ण होने के बाद ब्राह्मणों को भोजन करवा कर दान देना चाहिए। कई शुभ कार्य जैसे भूमि पूजन या भवन निर्माण, पूजा-पाठ, कथा और विवाह आदि कार्यक्रम में हवन कराया जाता है। हवन से वास्तु दोष भी दूर होते हैं। श्री विजेंद्र जी ने अपने संबोधन में बताया कि आदिकाल से ही सनातन संस्कृति में सुख-सौभाग्य के लिए हवन-यज्ञ की परंपरा रही है। औषधीय युक्त हवन सामग्री से हवन-यज्ञ करने से पर्यावरण शुद्ध होगा, वहीं वायरस का संक्रमण भी नष्ट हो जाएगा। अनेक वैज्ञानिकों एवं धर्मगुरुओं ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए एवं वातावरण की शुद्धि के लिए हवन यज्ञ का अद्भुत लाभ बताया है। जिस स्थान पर हवन किया जाता है, वहां उपस्थित लोगों पर तो उसका सकारात्मक असर पड़ता ही है साथ ही वातावरण में मौजूद रोगाणु और विषाणुओं के नष्ट होने से पर्यावरण भी शुद्ध होता है,शरीर स्वस्थ्य रहता है। क्योंकि हवन में काम में ली जाने वाली जड़ी बूटी युक्त हवन सामग्री, शुद्ध घी, पवित्र वृक्षों की लकड़ियां, कपूर आदि के जलने से उत्पन्न अग्नि और धुएं से वातावरण शुद्ध तो होता ही है,नकारात्मक शक्तियां भी दूर भागती हैं। मण्डल अध्यक्ष बरवाला मोनू सन्दूजा ने बताया कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यज्ञ को बहुत ही पवित्र अनुष्ठान माना जाता है। यज्ञ में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करने और स्थान को शुद्ध करने के लिए मंत्रों का जाप किया जाता है। यज्ञ का धार्मिक महत्व भी है। यज्ञ अग्नि, अग्नि के देवता का प्रतिनिधित्व करती है। यज्ञ के दौरान मंत्रों का उच्चारण लय में किया जाता है और उत्पन्न कंपन के माध्यम से एक सौहार्दपूर्ण वातावरण बनता है, जो साधक की आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है। इससे यज्ञ में भाग लेने वाले लोग भगवान के करीब महसूस होते हैं। इस अवसर पर मोनू सन्दूजा मण्डल अध्यक्ष भाजपा,पूर्व मण्डल अध्यक्ष महेश शर्मा, रमेश बैटरीवाला ( चेयरमैन, न.पा.बरवाला ),ताराचंद नलवा , डॉ देसराज वर्मा सतीश गिल,राजन चावला,रामनिवास खोवाल,आदित्य जावा.कुलदीप सैणी,अनूप सैणी जिला सचिव यूवा मोर्चा हिसार भाजपा,प्रविन्द्र महता,रामचन्द्र मोर्य पार्षद प्रतिनिदि,संजीव गुप्ता,मनोज भार्गव, सहित शहर के अनेक प्रतिष्ठित समाजसेवीयों ने बताया कि एक साथ इतना सुंदर आयोजन आज तक हमने नही देखा जहां हर हवन यज्ञ पर सभी चीजें थी ! पूरे हवन यज्ञ की व्यवस्था को भी शहर के लोगों ने सराहा !हवन मे सारी की सारी व्यवस्था आओ मिलकर साथ चले युवा संगठन दवारा की गई इस अवसर पर.... संगठन के प्रधान विपिन सोनी,उप प्रधान दिनेश सैनी,कोषाध्यक्ष पवन राणा,राजु वर्मा,विजय बागडी,संजय सोनी,राहुल सोनी,अरूण पुहाल,प्रविन्द्र वाल्मीकि,गुरदीप,धर्मपाल शौकल,दवेन्द्र भटट,विक्की,महावीर भटट,महेन्द्र वर्मा,ज्ञानी राम सोनी आदि सैकडो की संख्या मे धर्म प्रेमी थे...सभी जोडो को स्वासतिक की रचना मे बैठाया गया मंत्रो का उच्चारण राम भगत शास्त्री की टीम दवारा किया गया मंच संचालन इन्द्रजीत शेखावत ने किया।।