2025-04-02 19:53:38
पटौदी । अक्सर कहा जाता है कि सरकारी कर्मचारी और सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर या फिर अन्य सरकारी मुलाजिम काम करने से जी चुराते हैं ! लेकिन ऐसा नहीं है , आज भी सरकारी अस्पतालों में या सरकारी विभागों में ऐसे कर्मचारी अथवा अधिकारी मौजूद हैं । जो केवल और केवल काम को ही अपना कर्म और धर्म मानते हैं। इसी कड़ी में हम बात कर रहे हैं , पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में कार्यरत आई सर्जन नेत्र रोग विशेषज्ञ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सुशांत शर्मा की। इनकी यदि वर्ष भर की कार्य क्षमता को देखा जाए तो निश्चित रूप से दूसरों के लिए प्रेरणा के साथ-साथ जिज्ञासा और खोज का विषय भी हो सकता है। आंखों की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में भी ड्यूटी करना आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा के कार्य में शामिल है । कहा तो यह जाता है कि कोई भी सर्जन अथवा विशेषज्ञ डॉक्टर सामान्य ओपीडी अथवा रूटीन में आने वाले मरीजों की जांच नहीं करता। लेकिन यहां डॉक्टर सुशांत शर्मा एक अपवाद कहे जा सकते हैं । जिनके द्वारा सामान्य ओपीडी, नेत्र रोग ओपीडी, इमरजेंसी ड्यूटी, पुलिस केस एमएलसी, सहित अन्य विभिन्न प्रकार के चिकित्सा विभागीय कार्य करते हुए पटौदी के सामान्य नागरिक अस्पताल के प्रति आम जनता के विश्वास को दिन प्रतिदिन मजबूत बनाने का काम किया गया। यह बेवजह किसी डॉक्टर अथवा चिकित्सा कर्मचारी अधिकारी का गुणगान किया जाना नहीं है। आम जनता के प्रति जवाब देही, इसके लिए सरकार के द्वारा नियुक्ति की गई , इस कार्य का प्रतिफल कहा जा सकता है। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में लगभग तीन दर्जन विभिन्न डॉक्टर कार्यरत है । इनमें से एक नाम मेडिकल ऑफिसर आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा का भी है। वर्ष भर में जहां यहां अस्पताल में 78000 से अधिक विभिन्न रोगी अपनी जांच अथवा उपचार सहित दवाई लेने के लिए पहुंचे। इनमें से 37000 से अधिक मरीज को अकेले डॉक्टर सुशांत शर्मा के द्वारा देखा गया , अथवा उनकी जांच की गई है। सीधा सा गणित यह है कि पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में वर्ष भर में पहुंचे मरीजों में से 50 प्रतिशत मरीज की जांच आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा के द्वारा की गई। उपलब्ध विभागीय जानकारी के मुताबिक 52198 रोगियों की जांच के बाद 21 600 से अधिक मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी किए गए। वर्ष में 365 दिन होते हैं और इन 365 में से डॉक्टर सुशांत शर्मा के द्वारा 222 दिन पटौदी नागरिक अस्पताल में पहुंचकर काम किया गया। सामान्य रूप से आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा सप्ताह में तीन दिन आंखों के ऑपरेशन करते हैं और तीन दिन आंखों के जांच की जाती है। बीच-बीच में सरकारी अवकाश या फिर अन्य विभागीय कार्य से भी उनको आना-जाना पड़ता है। फिर भी पटौदी नागरिक अस्पताल में किए गए टोटल विभिन्न प्रकार के ऑपरेशंस में से 46 प्रतिशत ऑपरेशन अकेले आंखों के ही डॉक्टर सुशांत शर्मा के द्वारा किए गए। ऑपरेशन किए जाने वाले दिन औसतन 19 ऑपरेशन आंखों के उनके द्वारा किए गए हैं। इसी प्रकार से यहां सामान्य ओपीडी आंखों की ओपीडी करते हुए उनके द्वारा 46000 से अधिक विभिन्न प्रकार के टेस्ट भी यहां आने वाले रोगियों के करवाए गए। विभिन्न प्रकार के रोगों की जांच के लिए उनके पास पहुंची ओपीडी में से 452 रोगियों की एक्स-रे जांच भी उनके वर्ष भर के कार्य में शामिल है। यहां किए जाने वाले विभिन्न कार्यों के अलावा विभागीय जांच, पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल के तहत आने वाली अन्य दूसरे अस्पतालों की विजिट के साथ-साथ विभिन्न संस्थाओं के द्वारा लगाए जाने वाले नेत्र जांच अथवा उपचार कैंप में पहुंचकर सरकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध करवाना भी दो सुशांत शर्मा के द्वारा लगातार जारी है।