2023-09-13 14:04:20
राजधानी में इस वर्ष भी दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। दिल्ली सरकार ने पटाखों के निर्माण, बिक्री के साथ भंडारण पर भी रोक लगाई है। ऐसे में लोग दिवाली पर पटाखे नहीं जला पाएंगे। इस संबंध में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को सभी संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश जारी करने को कहा है, ताकि किसी को भी पटाखों से संबंधित लाइसेंस न दिए जाएं।दिल्लीवासियों को प्रदूषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखों पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा कि पड़ोसी राज्यों से भी अपील की गई है कि वह भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फैसला लिया है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिवाली के मौके पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। किसी भी प्रकार के पटाखों का निर्माण, भंडारण, बिक्री, ऑनलाइन डिलीवरी एवं बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। सरकार पिछले दो साल से दिल्ली में ये फैसला ले रही है और दिल्ली की जनता भी इसका समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सर्दियों में प्रदूषण बढ़ जाता है, जोकि बच्चों और बुजुर्ग के लिए घातक होता है।
गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 23 अक्तूबर 2018 में केवल ग्रीन पटाखों के निर्माण और बेचने की इजाजत दी थी, लेकिन 2019 में प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए 1 दिसंबर 2020 को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने एक्यूआई गंभीर श्रेणी में होने पर सभी तरह के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था। इसी आधार पर डीपीसीसी ने वर्ष 2021 में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। वर्ष 2022 में भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया और इस साल भी सभी तरह के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है। गोपाल राय ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि इससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सकेगी। इस दिवाली पटाखे नहीं दिए जलाएं, लोगों की जिंदगी बचाएं।सर्दी में दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर विंटर एक्शन प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है। प्लान को लेकर मंगलवार को एनवायरमेंटल एक्सपर्ट मीट का आयोजन किया जाएगा। इसमें एक्सपर्ट द्वारा दिए गए सुझावों को विंटर एक्शन प्लान में शामिल किया जाएगा।
इस एनवायरमेंटल एक्सपर्ट मीट में मुख्य रूप से 24 संस्थाएं शामिल होंगी। इसमें सीएसई, काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरमेंट एंड वाटर, इंटरनेशनल काउंसिल फॉर क्लीन ट्रांसपोटेशन, क्लाइमेट वर्क फाउंडेशन, एपिक इंडिया और क्लीन एयर एशिया समेत अन्य शामिल हैं।गोपाल राय ने कहा कि जिंदगी को बचाना भी जरूरी है और त्योहार मनाना भी। दिल्ली के अंदर पटाखों के खिलाफ अभियान शुरू किया जाएगा। इस मुहिम में रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए), पर्यावरण मित्र और ईको क्लब सहित सभी दिल्लीवासियों को शामिल किया जाएगा। प्रत्येक व्यक्ति को अपने हिस्से के प्रदूषण को कम करने का प्रयास करना होगा। इसके लिए पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।