2023-07-15 13:11:21
यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के दृष्टिगत डीएम जी.बी. नगर एवं नोएडा प्राधिकरणके अधिकारियों की टीम के साथ नोएडा में कई स्थानों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।क्षेत्र के सभी सैक्टर एवं गांवों में स्थिति नियंत्रित है। प्राधिकरण के अधिकारी निरंतर राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
गौतमबुद्धनगर में यमुना नदी ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में डूब क्षेत्र से सटे 10 से अधिक गांव और चार सेक्टरों में बाढ़ का पानी घुस गया। सैकड़ों लोग और जानवर पानी में फंस गए। प्रशासन ने एनडीआरएफ की चार और एसडीआरएफ की दो और पीएसी की एक टीम के साथ बचाव कार्य शुरू किया। शाम तक 150 से अधिक लोग और 700 से अधिक जानवरों को रेस्कयू किया गया। प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि अभी कुछ घंटे जल स्तर बढ़ेगा। वह सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाए। देर रात तक प्रशासन का रेस्कयू ऑपरेशन जारी रहा।
पिछले चार दिन से यमुना नदी उफन पर चल रही थी, लेकिन बृहस्पतिवार की सुबह यमुना का जल स्तर खतरनाक स्तर को पार कर गया और नोएडा व ग्रेटर नोएडा के गांव व सेक्टरों में पानी घुस गया। नोएडा के सेक्टर 134, 135, 136 व 167 ए के साथ-साथ तिलवाड़ा, मंगरौली खादर, बसंतपुर, कामबक्शपुर, नंगला नंगली, मंगरौली बांगर, मोतीपुर समेत करीब 10 गांवों में पानी घुस गया है। सुबह जानकारी होने पर जिला प्रशासन, पुलिस और प्राधिकरण के अफसर मौके पर पहुंच गए और तत्काल बचाव कार्य शुरू किया। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने बताया कि बाढ़ से 1700 से अधिक लोग प्रभावित हैं। टीम अभी भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम कर रही है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार की दोपहर एक बजे से जल स्तर में वृद्धि रूकी है, लेकिन अभी और बढ़ने की आशंका है। प्रभावित गांवों के ग्रामीणों से अपील की है कि वो सतर्क रहे और सुरक्षित स्थानों पर चले जाए।
एडीएम ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए सेक्टर 134, 135 और 136 में चार आश्रय स्थल बनाए गए हैं। जहां लोगों को ठहराया गया है। बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री, खानपान, पीने योग्य पानी, साफ सफाई, लाइट और स्वास्थ्य संबंधी सभी सेवाएं दी जा रही हैं। खाने और पीने के साथ-साथ साफ सफाई की व्यवस्था की जिम्मेदारी संबंधित प्राधिकरण को दी गई है।
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आठ मेडिकल टीमों को तैनात किया है। जो लगातार प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रख रही हैं। मेडिकल टीमों के पास सांप काटने की दवा भी होगी। साथ ही हैजा व अन्य संक्रमण वाली बीमारियों की दवा भी उपलब्ध रहेगी।
कंट्रोल रूम नंबर 01202974274 पर मिलेगी मदद
डीएम ने बताया कि बाढ़ को लेकर कंट्रोल रूम स्थापित है, जिसका नंबर 01202974274 है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को अगर किसी तरह की मदद चाहिए तो वो कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकते हैं। साथ ही अगर बाढ़ में कोई फंसा हैं या अन्य किसी तरह की जानकारी देनी है तो वो भी कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकते है।
प्रशासन ने बाढ़ को लेकर छह नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र कुमार सिंह को बाढ़ प्रभावित लोगों के पुर्नवास की व्यवस्था, एसडीएम सदर अंकित कुमार को आपात स्थिति में एनडीआरएफ व सेना की व्यवस्था, एसडीएम आलोक कुमार को बाढ़ की कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं डिप्टी कलेक्टर वेदप्रकाश पांडेय को राज्य आपदा मोचक निधि का प्रचार प्रसार करने, उमेश चंद्र निगम को प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने की कार्ययोजना तैयार करने और चारुल यादव को बाढ़ चौकियों की स्थापना करने की जिम्मेदारी दी है।